आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल शादियों के सीजन में 3.75 लाख करोड़ रुपए का कारोबार हुआ था
म्यूचुअल फंड के जरिए आप बच्चों का एजूकेशन, शादी, रिटायरमेंट, घर, कार जैसे वित्तीय लक्ष्य के आसानी से हासिल कर सकते हैं.
पश्चिमी देशों में prenuptial agreement एक आम बात है. लेकिन, भारत में इन्हें एक अजूबे के तौर पर देखा जाता है.